New ATM transaction charges: साल का आखिरी महीना शुरू हो चुका और नए साल की शुरुआत में महज 27 दिन बचे हैं. अगर आप कैश निकालने के लिए एटीएम का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल, नए साल से एटीएम से कैश निकालना महंगा होने वाला है. हर महीने दी गई निर्धारित सीमा से ज्यादा बार एटीएम ट्रांजैक्शन करने पर अब आपको ज्यादा पैसा चुकाना होगा। इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए निचे स्क्रोल करें.
New ATM transaction charges
एटीएम से कैश ट्रांजैक्शन को लेकर यह बदलाव एक जनवरी 2022 से लागू होगा। बता दें कि जून महीने में ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को 1 जनवरी 2022 से मुफ्त मासिक सीमा से अधिक नकद और गैर-नकद एटीएम लेन-देन के लिए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी थी। इसके मुताबिक, बैंकों के एटीएम में नए साल से मुफ्त सीमा से ऊपर का वित्तीय लेन-देन शुल्क 21 रुपये और जीएसटी देना होगा।
हर महीने फ्री होते हैं पांच ट्रांजैक्शन
गौरतलब है कि सभी बैंकों की ओर से ग्राहकों को एटीएम से पैसे निकालने-डालने या फिर अपना अकाउंट बैलेंस चेक करने के लिए हर महीने पांच बार की सुविधा दी जाती है। इस फ्री ट्रांजैक्शन की निर्धारित सीमा के बाद एटीएम का उपयोग करने पर शुल्क चुकाना होता है। फिलहाल, यह शुल्क 20 रुपये बसूला जाता है, लेकिन एक जनवरी 2022 से यह 21 रुपये हो जाएगा। इसके साथ ही इस पर टैक्स भी देना होगा।
New ATM Transaction Rules
यदि आप अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो इसके लिए आपको एक अगस्त से ज्यादा चार्ज देना होगा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक अगस्त से सभी बैंकों को अपने इंटरचेंज चार्ज में बढ़ोत्तरी की अनुमति दी है। वर्तमान में बैंक हर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर इंटरचेंज चार्ज के तौर पर 15 रुपये लेते हैं। अब एक अगस्त से दो रुपये की बढ़ोत्तरी के साथ ये चार्ज 17 रुपये हो जाएगा.
वहीं अगर नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की बात करें तो वर्तमान में इस पर 5 रुपये का इंटरचेंज चार्ज देना पड़ता है जो कि अब एक अगस्त से 6 रुपये हो जाएगा। आरबीआई के अनुसार एटीएम के रख-रखाव में होने वाले खर्चें में बढ़ोत्तरी के चलते ये फैसला लिया गया है। साथ ही आरबीआई ने कहा है कि, “इंटरचेंज चार्ज के साथ ही इस से जुड़े अन्य टैक्स भी अलग से अदा करने पड़ेंगे।”
जानिए कितनी बार कर सकते हैं फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन
आरबीआई के संशोधित नियमों के अनुसार ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से हर महीने पांच फ्री ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। वहीं दूसरे बैंकों के एटीएम से ग्राहक मेट्रो सिटी में तीन और नॉन-मेट्रो सिटी में पांच फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके बाद आपको हर ट्रांजेक्शन के लिए अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा।
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क्या होता है इंटरचेंज चार्ज?
जब कोई कस्टमर क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से पेमेंट करता है तो इस पेमेंट को प्रोसेस करने वाले मर्चेंट के बैंक अकाउंट से ट्रांजेक्शन फीस ली जाती है। आप जब अपने अलावा किसी अन्य बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे में आपका बैंक उस दूसरे बैंक को इंटरचेंज शुल्क प्रदान करता है. इसी को इंटरचेंज चार्ज कहते हैं।
जून 2019 में आरबीआई द्वारा गठित एक समिति के सुझावों के आधार पर ये बदलाव किए गए। इंडियन बैंक एसोसिएशन के तत्कालीन अध्यक्ष वीजी कन्नन की अध्यक्षता में गठित समिति ने एटीएम ट्रांजेक्शन के इंटरचेंज स्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान देने के साथ एटीएम चार्जेज की समीक्षा की थी।
1 जनवरी से प्रति ट्रांजेक्शन पर कितने
रुपये चार्ज
लगेगा
आरबीआई के निर्देशों के अनुसार 1 जनवरी, 2022 से ट्रांजेक्शन चार्ज के तौर पर नई संशोधित दरें लागू हो जाएंगी। एटीएम से तय लिमिट से ज्यादा बार पैसे निकालने के बाद हर ट्रांजेक्शन के लिए बैंक ग्राहक से 20 रुपये का अतिरिक्त शुल्क ले सकेगा। वहीं अगर आप फ्री ट्रांजेक्शन के बाद किसी अन्य बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो इस के लिए 1 जनवरी, 2022 से आपको 21 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन के हिसाब से इंटरचेंज चार्ज का भुगतान करना होगा।
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नए साल यानी 1 जनवरी, 2022 से एटीएम से कैश निकालना (Cash ATM Transaction) महंगा हो जाएगा. एक जनवरी से ग्राहकों को फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन (Non-Cash ATM Transaction) की सीमा पार करने के बाद अभी की तुलना में अधिक भुगतान देना होगा. जून के महीने में ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे लेकर शुल्क बढ़ाने की इजाजत दे दी थी. कुछ दिन पहले ही आईसीआईसीआई बैंक ने शुल्क (ATM Transaction Charge) बढ़ाने जाने की बात कही थी और अब एक्सिस बैंक ने भी शुल्क बढ़ाने का ऐलान कर दिया है.
जानिये कितना लगेगा चार्ज?
अभी बैंक के एटीएम या कैश रिसाइक्लिर मशीन से कैश और नॉन-कौश ट्रांजेक्शन करने पर महीने में पहले 5 वित्तीय ट्रांजेक्शन फ्री होते हैं. इसके बाद 20 रुपये प्रति वित्तीय ट्रांजेक्शन का चार्ज लगता है. लेकिन 1 जनवरी 2022 से यह चार्ज 21 रुपये प्रति वित्तीय ट्रांजेक्शन होगा. उन्हें मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम से 3 ट्रांजेक्शन और नॉन-मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम से 5 ट्रांजेक्शन अभी की तरह मुफ्त मिलती रहेंगी.
अपने सर्कुलर में क्या कहा था रिजर्व बैंक ने
रिजर्व बैंक ने इसी साल जून के महीने में एक सर्कुलर जारी कर के साफ किया था कि यह इसलिए किया गया है ताकि बैंकों को अधिक इंटरचेंज फीस और लागत बढ़ने की वजह से होने वाले नुकसान में थोड़ी राहत दी जा सके. आरबीआई ने कहा कि बैंक मुफ्त सीमा के बाद एटीएम ट्रांजेक्शन पर लगने वाली फीस को बढ़ाकर 21 रुपये तक कर सकते हैं.